आज पाकिस्तान की शरण में छिपा मसूद अजहर को अमरीका,फ्रांस,ब्रिटेन आदि जैसे शक्तिशाली राष्ट्र आतंकवादी घोषित करने का प्रस्ताव लाते हैं ,लेकिन चीन इससे सहमत नहीं । भारत सरकार चाह कर भी सीधे चीन का विरोध नहीं कर सकती । लेकिन हम 125 करोड़ देशवासी चीन के सामानों का विरोध तो कर ही सकते हैं।अगर हम , आगे से चीन का सामान न् खरीदने की कसम खाएं तो चीन की क्या औकात , कुछ ही समय में , वह घुटने टेकने को मजबूर हो जाएगा, क्योंकि भारत जैसा विशाल बाजार उसे मिलेगा कंहाँ ? क्या हम अपने देश की खातिर इतना भी नहीं कर सकते ? आइये, मिलकर देश की खातिर दुश्मनों से लड़ें ,एक कूटनैतिक लड़ाई ।
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